आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार,
आज हम आपको कुछ ऐसा बताएंगे जिसको सुनकर आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे
यह कहानी एक सत्य घटना पे आधारित है जिसका संबंन्ध लखनऊ जिले के आशियाना से है
इससे पहले हम आपको कहानी बताये , आप हमें बताये क्या आप आत्मा पे विशवास करते हैं प्लीज कमेंट में लिखिए,
यह घटना तक़रीबन आज से 25 साल पहले की है, रात का वक़्त और ठण्ड का मौसम था, हलकी हलकी बारिश हो रही थी,
एक डॉक्टर साहब अपनी क्लिनिक से घर वापस आये ही थे की अचानक उनके दरवाजे पे दस्तक हुई
उनकी घर मैं उस समय उनकी पत्नी थी.
डॉक्टर साहब ने दरवाजा खोला तो सामने एक बुजुर्गवार को खड़े हुए देखा , उनके हाथ मैं एक छड़ी थी.
बुजुर्गवार ने हाथ जोड़ के डॉक्टर साहब से अपने साथ चलने का निवेदन किया,
डॉक्टर साहब के वजह पूछने पर उन्होंने बताया की उनकी पोती बीमार है, उसका इलाज करना है
डॉक्टर साहब भले आदमी थे उन्होंने अपने पत्नी को बताया और अपना बैग और छाता लेकर उस बुजुर्गवार के साथ चल
दिए, रास्ते मैं बारिश हो रही थी, डॉक्टर साहब ने अपना छाता खोला , बुजुर्गवार ने अपने ऊपर एक काली पन्नी ओढ़
राखी थी.
रास्ते मैं डॉक्टर साहब को एक गड्ढा दिखाई दिया , उन्होंने बुजुर्ग वियक्ती से पूछा की अभी घर कितनी दूर है, तब उन्होंने
बताया की पास मैं कोने वाला पुराना माकन है.
डॉक्टर साहब घर पहुंचे, उन्होंने ने अपना छाता बाहर रखा और अंदर गए , वहां उन्होंने एक लड़की को और बुजुर्गवार
की पत्नी को देखा , बुजुर्गवार की पत्नी ने डॉक्टर साहब से हाथ जोड़ कर विनम्र निवेदन किया
डॉक्टर साहब ने इलाज शुरू किया , लड़की को बहुत तेज बुखार था , उन्होंने उसे इंजेक्शन दिया और बुजुर्ग दंपत्ति को
दवाई दी , जैसे ही डॉक्टर साहब चलने लगे बुजुर्गवार ने उन्हें रोका और उनका हाथ पकड़ के रोते हुए कुछ 3 बड़े सिक्के
रख दिए, डॉक्टर साहब ने गरीब बुजुर्गवार से सिक्के ले उन्हें धन्यवाद दिया और वापस अपने घर की ओर चल दिए.
वापस आते समय बरसात कुछ तेज हो गए थी, डॉक्टर साहब को रास्ते का गड्ढा याद था , उसके बाद वह अपने घर
वापस आ गए, डॉक्टर साहब ने बुजुर्गवार के द्वारा दिए गए सिक्के को अलमारी मैं बिना देखे रख दिया, कुछ दिन पच्चात
डॉक्टर साहब ने उस लड़की के बारे मैं सोचा और उसकी तबियत जाने के लिए उसके घर की तरफ चल दिए , सुबह का
वक़्त था , डॉक्टर साहब को रस्ते का गड्ढा याद था ,पूछते पूछते वह उस घर के सामने पहुंच गए ,
वहां पहुंचने पर डॉक्टर साहब उस खंडर घर को देख कर अचंभित रह गए , घर बंद था , उन्होंने आस पास पूछा तो
उनको पता चला की यह घर कई सालों से बंद है , वहां कोई नहीं रहता , तब डॉक्टर साहब ने उनको बताया की कुछ
दिन पहले वह यहाँ पर एक बुजुर्गवार के साथ एक लड़की का इलाज करने आये थे, वहां उपस्थित लोगो ने उनको यह
एक वहम बताया।
डॉक्टर साहब घबराकर घर पहुंचे और उन्होंने उस बुजुर्गवार द्वारा दिए गए सिक्के को देखा तो उनके होश उड़ गए…
वह 3 बड़े बड़े 24 कैरट पुराने सोने के सिक्के थी, तब उन्होंने वह घटना अपनी पत्नी को बताई, आज भी वह सिक्के उनके
पास हैं…
तो दोस्तों आप आप सबको यकीन आ गया होगा की अच्छी आत्मा होते हैं जो अपने पिछले जन्म का कर्ज चुकाना नहीं
भूलती, हम सबको अच्छे कर्म करने चाहिए
धन्यवाद